डर को कैसे काबू करें
How to Overcome Fear in Hindi of Public Speaking, Failure and Anxiety
कुछ लोग किसी विशेष हालात को देखकर या सोचकर बहुत ज्यादा डर जाते है। वे लोग अपने डर को काबू करने की कभी कोशिश भी करते है लकिन जैसे वे हालात में आते ही उनके हाथ-पैर डर से फूल जाते है। इस बीमारी को फोबिया कहा जाता है। फोबिया एक प्रकार का मानसिक रोग है। इसमें व्यक्ति को किसी खास चीज, काम अथवा हालात के प्रति डर उत्पन्न हो जाता है।
आज हम आपको इस पोस्ट में फोबिया के कुछ लक्षण एवं बचाव के बारे में बताएँगे।
फोबिया के लक्षण
फोबिया का दौरा पड़ने पर सिर में दर्द, भारीपन, तनाव, दिल की धड़कन, सांसों की रफ्तार और बेचैनी बहुत ज्यादा बढ जाती है। इसके अलावा ग्रशित व्यक्ति को अजीब-अजीब सी आवाजें सुनाई देना, डायरिया, पेट खराब होना, चक्कर आना और शरीर में दर्द भी हो सकता है । बीमारी से ग्रशित व्यक्ति को बहुत ज्यादा पसीना भी आता है।
फोबिया से बचाव के तरीके :-
१) जबरजस्ती ना करना :-
कई बार रोगी बहुत ज्यादा घबरा जाता है । ऐसी स्थिति में ग्रशित व्यक्ति के साथ किसी भी तरह की जबरदस्ती नहीं करनी चाहिए। इससे ग्रशित व्यक्ति और अधिक उत्तेजित हो सकता है। रोगी से प्यार से बात करने की कोशिश करनी चाहिए।
२) कॉग्निटिव-बिहेवियरल थैरेपी:-
डर या फोबिया से बचने के लिए मेडिकल साइंस में ′कॉग्निटिव-बिहेवियरल थैरेपी′ को सबसे मददगार तरीका माना जाता है। इस थैरेपी के अंतरगत ग्रषित व्यक्ति को कल्पना में अपने डर के करीब जाने को कहा जाता है। जैसे किसी को अगर कुत्ते के काटने से डर लगता है, तो उसे समझाया जाता है कि कुत्ता इंसानो का सबसे अच्छा दोस्त है।
३) योगा द्वारा :-
प्रतिदिन सुबह उठकर योग करें। अपने दिमाग को एक जगह लगाने की कोशिश करें। गहरी-गहरी सांसें लें। प्रयाप्त मात्रा में पानी पिएं। यकीन मानिये फोबिया को नियंत्रित करने के लिए योगा से बढ़कर कुछ नहीं है। इससे आप अपनी हर आदत और डर को कंट्रोल कर सकते है।
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Very helping post
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